जयपुर: 1 रुपए के 100 नोट ₹1600 में और 2 रुपए के ₹2200 में बेचे जा रहे
दलालों के खेल से बैंकों में नहीं मिल रहे छोटे नोट
एक-दो, पांच-दस रुपए की मार्केट में किल्लत है। बैंकों में मिलते ही नहीं। आखिर क्यों? भास्कर ने इसकी पड़ताल की तो सामने आया कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से नए छोटे नोट छपने के बाद बैंकों से सीधे दलालों के पास पहुंच रहे हैं। कटे-फटे नोट बदलने का बोर्ड लगाकर ये दलाल नोटों को बेचने और खरीदने का धंधा कर रहे हैं।
राजधानी जयपुर में बड़ी चौपड़ व छोटी चौपड़ एरिया सहित शहर में खुलेआम ऐसे करीब 200 से 250 दलाल सक्रिय हैं। इस धंधे में मुनाफे के खेल का इस कदर है कि एक रुपए की सौ नोट की गड्डी 1600 रुपए में बिक रही है। यानी 16 गुना ज्यादा दाम में। ऐसे ही दो रुपए की गड्डी के 100 नोट के 2200 रुपए, पांच रुपए की गड्डी का 1500 रुपए में सौदा हो रहा। शादी-ब्याह के सीजन में तो ये छोटे नोट मुंह मांगी कीमत पर बिकते हैं।
बैंक में नोट मिलते नहीं, रिजर्व बैंक ने काउंटर बंद किया
रिपोर्टर ने खुद जयपुर शहर सहित भीलवाड़ा के पांच बैंक शाखाओं में नए नोट मांगे तो आरबीआई से नहीं आने का तर्क देकर मना कर दिया। यह आम आदमी की स्थिति है। बैंकों में नए और छोटे नोट मिलते ही नहीं है। कोविड से पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जयपुर में काउंटर व्यवस्था थी। जिनमें कटे-फटे नोट बदलने व जरुरत पड़ने पर नए नोट दिए जा रहे थे। कोविड के बाद से यह बंद है।
200 से ज्यादा दलाल शामिल, सप्लाई पूरे राजस्थान में
बड़ी चौपड़ में दलाल ने रिपोर्टर से एक रुपए के नए नोट की गड्डी के 1600 रुपए लिए। इसमें 100 नोट ही थे। दो रुपए की गड्डी के 100 नोट के 2200 रुपए, पांच रुपए की गड्डी के 1500 रुपए लिए जबकि इसमें 5 सौ रुपए ही थे। दस रुपए के नए नोट की गड्डी के 1300 रुपए लिए।
कोई खरीद-बेच नहीं सकता पुराने-नए नोट
• आरबीआई किसी को भी पुराने या नए नोट खरीदने-बेचने की अनुमति नहीं देता है। आरबीआई जयपुर में दो हजार रुपए के नोट बदलने की व्यवस्था है। कटे-फटे नोट बदलने हैं तो बैंक में जा सकते हैं। एक साथ इतने नोटों का लेनदेन जयपुर में होने की शिकायत हमारे पास अभी तक किसी ने नहीं की है।
राजीव चौधरी, पब्लिक ऑफिसर, आरबीआई जयपुर